इहाँ उर्दू लड़कियन के नाम अऊर ओनके मतलबन के सूची है।
उर्दू लड़कियों के नाम और उनके मतलब
- रूही – “अंतरमन”
- शेहला – “अंधेरा”
- जमीशा – “अगुआ”
- फ़ाईज़ा – “अगुआ”
- शगुफ़्ता – “अचंभा”
- हारिका – “अद्भुत”
- शंदना – “अद्भुत”
- फरीदा – “अद्वितीय”
- तज़किया – “अद्वितीय”
- तुर्फा – “अद्वितीय”
- खुलाईदा – “अनन्त”
- अज़रा – “अनब्याही”
- अज़रा – “अनब्याही”
- बतूल – “अनब्याही”
- नफ़ीसा – “अनमोल”
- शाज़िया – “अनमोल”
- नफ़ीसा – “अनमोल”
- नफ़ीसा – “अनमोल”
- शमूदा – “अनमोल”
- शज़माह – “अनमोल”
- मंताशा – “अनमोल”
- सबीन – “अनुयायी”
- फ़ुनून – “अनेकता”
- फरीदा – “अनोखी”
- तज़किया – “अनोखी”
- तुर्फा – “अनोखी”
- इस्माहन – “अन्वेषक”
- खदीजा – “अपरिपक्व”
- खदीजा – “अपरिपक्व”
- तुफ़ैला – “अबाधित”
- नाज़ – “अभिमान”
- नाज़िश – “अभिमान”
- बयसन – “अभिमान”
- समाया – “अमन”
- सजुवा – “अमन”
- दुआ – “अरदास”
- हरीम – “अर्पित”
- मुनीबा – “अर्पित”
- साजिदा – “अर्पित”
- खुरमी – “अवकाश”
- हारिका – “अविश्वसनीय”
- शंदना – “अविश्वसनीय”
- पारा – “अस्थिर”
- हयेद – “आंदोलन”
- आसिरा – “आकर्षक”
- ग़ज़ाला – “आकर्षक”
- नाज़नीना – “आकर्षक”
- नाज़परी – “आकर्षक”
- साजिया – “आकर्षक”
- फ़ुतून – “आकर्षण”
- शाइदा – “आकर्षित”
- आइदा – “आगंतुक”
- रामीन – “आज्ञाकारी”
- रूही – “आत्मा”
- खैरा – “आदरणीय”
- थुफ़ैलाह – “आदरणीय”
- सादिरा – “आदेश”
- रूहानी – “आध्यात्मिक”
- रौहिया – “आध्यात्मिक”
- रूहिया – “आध्यात्मिक”
- हुर्रेम – “आनंद”
- गुलनाज़ – “आनंद”
- मेहनज़ – “आनंददायक”
- बस्सीमा – “आनंदित”
- ज़ीनत – “आभूषण”
- नाज़मी – “आयोजक”
- आसीयाह – “आयोजन”
- तासीस – “आरंभ”
- रुम्माना – “आलूबुखारा”
- निदा – “आवाज़”
- राजवा – “आशा”
- अनाउम – “आशीर्वाद”
- अनाम – “आशीर्वाद”
- मैमुना – “आशीर्वादित”
- मैमूना – “आशीर्वादित”
- फ़रखंदा – “आशीर्वादित”
- रिज़्क़ीन – “आशीर्वादित”
- शगुफ़्ता – “आश्चर्य”
- अर्शिया – “आसमानी”
- शाहला – “आसमानी”
- मोमिना – “आस्थावान”
- सुनताहा – “इंतजार”
- इंसिया – “इंसानियत”
- इंसिया – “इंसानियत”
- आरज़ू – “इच्छा”
- ईशा – “इच्छा”
- मनशा – “इच्छा”
- मिराम – “इच्छा”
- फ़ौहा – “इत्र”
- नखत – “इत्र”
- आफ़िया – “इलाज”
- ज़ाया – “ईमानदार”
- आदिला – “ईमानदार”
- फ़िदा – “ईमानदार”
- आदिला – “ईमानदार”
- आदिला – “ईमानदार”
- नाज़ाह – “ईमानदार”
- सदिक़ा – “ईमानदार”
- समीमा – “ईमानदार”
- शफ़ाना – “ईमानदारी”
- अलाया – “उच्च दर्जा”
- अहलिया – “उच्च”
- रफ़िया – “उच्च”
- फ़ौक़िया – “उच्च”
- इरम – “उछाल”
- ज़ोहा – “उजाला”
- नूरीन – “उजाला”
- नूरेह – “उजाला”
- नूरहान – “उजाला”
- कोहिनूर – “उजाला”
- नौरिन – “उजाला”
- रोशना – “उजाला”
- हुमैदा – “उज्ज्वल”
- मोहद्दीसा – “उज्ज्वल”
- रुबैना – “उज्ज्वल”
- रुखसाना – “उज्ज्वल”
- हजरा – “उड़ान”
- हजरा – “उड़ान”
- हजरा – “उड़ान”
- हजरा – “उड़ान”
- मावरा – “उत्कृष्ट”
- अजिया – “उत्कृष्ट”
- तूबा – “उत्तम”
- लियाना – “उत्तर मिलल”
- सखिया – “उदार”
- उस्वा – “उदाहरण”
- मारिब – “उद्देश्य”
- कवाकिब – “उपग्रह”
- खसीबा – “उपजाऊ”
- समाना – “उपयुक्त”
- साइमा – “उपवास”
- लाहनी – “उपहार”
- नौला – “उपहार”
- शहरा – “उपहार”
- आबिदा – “उपासक”
- राजवा – “उम्मीद”
- आइला – “ऊँच कुल वाली”
- आइज़ा – “ऊँच कुल वाली”
- नबीला – “ऊँच कुल वाली”
- ज़ुबैदा – “ऊँच कुल वाली”
- राफिया – “ऊँच कुल वाली”
- खातून – “ऊँच कुल वाली”
- नबीला – “ऊँच कुल वाली”
- नसीबा – “ऊँच कुल वाली”
- राज़ीन – “ऊँच कुल वाली”
- नाबिया – “ऊँच कुल वाली”
- अलाया – “ऊँच दरजा”
- अहलिया – “ऊँचा”
- रफ़िया – “ऊँचा”
- फ़ौक़िया – “ऊँचा”
- नाहिज़ा – “ऊँचा”
- नाहिज़ा – “ऊँचा”
- रूही – “ऊपर चढ़ती हुई”
- रूही – “ऊपर चढ़ती हुई”
- अलेहा – “ऊपर चढ़ने वाली”
- रूही – “ऊपर जात”
- रूही – “ऊपर जात”
- अलेहा – “ऊपर जात”
- निर्मित – “ऊर्जावान”
- अर्शी – “ऋषि”
- आकिफ़ा – “एकाग्र”
- शबनम – “ओस”
- रस्मिया – “औपचारिक”
- सैयदा – “औरत”
- फ़रज़िया – “औरत”
- राविया – “कथावाचक”
- राविया – “कथावाचक”
- सुबाया – “कथावाचक”
- तलबशा – “कथावाचक”
- बरज़ा – “कथावाचक”
- जसरा – “कथावाचक”
- हवाज़िन – “कबीला”
- नीलोफर – “कमल”
- करदवैया – “कमल”
- नीलोफर – “कमल”
- समोना – “करीब”
- सुंबुला – “कर्ण”
- फरीज़ा – “कर्तव्य”
- आमिला – “कर्मचारी”
- कशुद – “कली”
- नौरा – “कली”
- शगुफ़ा – “कली”
- नवेरा – “कली”
- कबीशा – “कवयित्री”
- ग़ज़ल – “कविता”
- नाज़्म – “कविता”
- अलिशबा – “कसम”
- सुबाया – “कहानी सुनाने वाली”
- तलबशा – “कहानी सुनाने वाली”
- बरज़ा – “कहानी सुनाने वाली”
- जसरा – “कहानी सुनाने वाली”
- अफ़शान – “कहानी”
- राविया – “कहानीकार”
- राविया – “कहानीकार”
- सुंबुला – “कान”
- नाजवा – “कानाफूसी”
- आमिला – “काम करने वाली”
- आरज़ू – “कामना”
- ईशा – “कामना”
- मनशा – “कामना”
- मिराम – “कामना”
- फ़ैयाज़ – “कामयाब”
- शज़फ़ा – “कामयाब”
- शेहला – “काला”
- ग़ज़ल – “काव्य”
- नाज़्म – “काव्य”
- अफ़साना – “किंवदंती”
- शेहज़ीन – “किरण”
- रायताह – “किसान”
- सादिया – “किस्मत वाली”
- सादिया – “किस्मत वाली”
- युमना – “किस्मत वाली”
- तौफीक़ा – “किस्मत वाली”
- हुज़ूज़ – “किस्मत”
- अफ़शान – “किस्सा”
- नफ़ीसा – “कीमती”
- समीना – “कीमती”
- नफ़ीसा – “कीमती”
- नफ़ीसा – “कीमती”
- शमूदा – “कीमती”
- मंताशा – “कीमती”
- अज़रा – “कुंवारी”
- अज़रा – “कुंवारी”
- बतूल – “कुंवारी”
- नातिला – “कुटुंब”
- जिब्ला – “कुदरती”
- नीलोफर – “कुमुदिनी”
- नीलोफर – “कुमुदिनी”
- आइला – “कुलीन”
- आइज़ा – “कुलीन”
- नबीला – “कुलीन”
- ज़ुबैदा – “कुलीन”
- राफिया – “कुलीन”
- खातून – “कुलीन”
- नबीला – “कुलीन”
- नसीबा – “कुलीन”
- राज़ीन – “कुलीन”
- नाबिया – “कुलीन”
- माहिरा – “कुशल”
- माहिरा – “कुशल”
- मेहरीन – “कृपा”
- रेहमत – “कृपा”
- मेहर – “कृपालु”
- हरवीन – “कृपालु”
- फारिया – “कृपालु”
- शफ़िका – “कृपालु”
- शफ़िका – “कृपालु”
- शवाना – “कृपालु”
- रायताह – “कृषक”
- आकिफ़ा – “केंद्रित”
- लतीफ़ा – “कोमल”
- नरमीन – “कोमल”
- कसूल – “कोमल”
- लईना – “कोमल”
- नाज़फ़रीन – “कोमल”
- नाज़ुक – “कोमल”
- सुंबुल – “कोमल”
- रहीना – “कोमल”
- नाज़ – “कोमलता”
- इफ़्फ़त – “क्षमा”
- मीनाल – “खास”
- ज़हरिया – “खिलती हुई”
- ज़ेहरा – “खिलती हुई”
- तुफ़ैला – “खुली”
- फ़रीहा – “खुश”
- रज़िया – “खुश”
- फ़रहा – “खुश”
- सईदा – “खुश”
- अनोश – “खुश”
- मसरूरा – “खुश”
- रौहा – “खुश”
- फ़ौहा – “खुशबू”
- नखत – “खुशबू”
- शमीमा – “खुशबू”
- बस्सीमा – “खुशहाल”
- फ़राह – “खुशी”
- हुर्रेम – “खुशी”
- फरीहा – “खुशी”
- वरीशा – “खुशी”
- गुलनाज़ – “खुशी”
- शादमानि – “खुशी”
- फारिया – “खुशी”
- मलीहा – “खूबसूरत”
- शामिया – “खूबसूरत”
- जमीला – “खूबसूरत”
- होसना – “खूबसूरत”
- रुखसार – “खूबसूरत”
- नाज़नीन – “खूबसूरत”
- कासिमा – “खूबसूरत”
- हूरैन – “खूबसूरत”
- मेहरविश – “खूबसूरत”
- सुंदस – “खूबसूरत”
- ग़थबिय्याह – “खूबसूरत”
- ग़थिबिय्याह – “खूबसूरत”
- गुलबदन – “खूबसूरत”
- कलसूम – “खूबसूरत”
- कशुदा – “खूबसूरत”
- कोवैसा – “खूबसूरत”
- मैसून – “खूबसूरत”
- नाज़मिल – “खूबसूरत”
- नाज़नीम – “खूबसूरत”
- रुखशा – “खूबसूरत”
- रुमेहा – “खूबसूरत”
- सबीहा – “खूबसूरत”
- शाहज़ीन – “खूबसूरत”
- शैज़ेन – “खूबसूरत”
- शमीना – “खूबसूरत”
- शम्सिया – “खूबसूरत”
- शेज़न – “खूबसूरत”
- सुम्मिया – “खूबसूरत”
- खुशनुमा – “खूबसूरत”
- होरिया – “खूबसूरत”
- ज़ैबा – “खूबसूरत”
- एर्शीन – “खूबसूरती”
- फ़ायोना – “खूबसूरती”
- रमीज़ा – “खूबसूरती”
- शीनाज़ – “खूबसूरती”
- ज़ैब – “खूबसूरती”
- इस्माहन – “खोजने वाली”
- इनाया – “ख्याल”
- मजदा – “गरिमा”
- मजीदा – “गरिमा”
- आबरू – “गरिमा”
- शनुम – “गरिमापूर्ण”
- सुमरा – “गर्मी”
- नाज़ – “गर्व”
- नाज़िश – “गर्व”
- बयसन – “गर्व”
- शाहिदा – “गवाह”
- शाहिदा – “गवाह”
- शाहिदा – “गवाह”
- ज़ीनत – “गहना”
- तराना – “गाना”
- तराना – “गीत”
- खेलना – “गुड़िया”
- नर्गिस – “गुलनार”
- नसरीन – “गुलाब”
- नसरीन – “गुलाब”
- नसरीन – “गुलाब”
- नसरीन – “गुलाब”
- गुलाब – “गुलाब”
- गुलाब – “गुलाब”
- हौजमत – “गुलाब”
- हौजमत – “गुलाब”
- नाज़रीन – “गुलाब”
- नाज़रीन – “गुलाब”
- शुक़रा – “गोरा”
- सुमरा – “ग्रीष्म”
- उमैरा – “घनी आबादी वाली”
- अनाबिया – “घुमाव”
- आशिया – “घोंसला”
- आशियाना – “घोंसला”
- पारा – “चंचल”
- माहम – “चंद्रमा”
- ज़ुनी – “चंद्रमा”
- महलीका – “चंद्रमा”
- महरोज़ – “चंद्रमा”
- महविश – “चंद्रमुखी”
- मेहरविश – “चंद्रमुखी”
- अरीबा – “चतुर”
- शेज़ा – “चमक”
- सनाह – “चमक”
- ज़हरा – “चमक”
- सानिया – “चमकदार”
- अलीज़े – “चमकदार”
- ज़ुलेखा – “चमकदार”
- आरौश – “चमकदार”
- अज़हरा – “चमकदार”
- फ़ुरोज़ान – “चमकदार”
- हुमैदा – “चमकदार”
- मोहद्दीसा – “चमकदार”
- नोहरीन – “चमकदार”
- रुबैना – “चमकदार”
- रुखसाना – “चमकदार”
- रफ़्क़ा – “चमकदार”
- ज़ुलेखा – “चमकदार”
- यास्मीन – “चमेली”
- यास्मीन – “चमेली”
- जोही – “चमेली”
- जोही – “चमेली”
- यास्मीन – “चमेली”
- यास्मीन – “चमेली”
- महनूर – “चाँद क रौशनी”
- ज़ुनैराह – “चाँद क रौशनी”
- ज़ुनैरा – “चाँद क रौशनी”
- माहूम – “चाँद क रौशनी”
- माहरोज़ – “चाँद क रौशनी”
- ज़ोनैरा – “चाँद क रौशनी”
- महविश – “चाँद जैसी”
- मेहरविश – “चाँद जैसी”
- माहम – “चाँद”
- ज़ुनी – “चाँद”
- महलीका – “चाँद”
- महरोज़ – “चाँद”
- महनूर – “चाँदनी”
- ज़ुनैराह – “चाँदनी”
- ज़ुनैरा – “चाँदनी”
- माहूम – “चाँदनी”
- माहरोज़ – “चाँदनी”
- ज़ोनैरा – “चाँदनी”
- लुजैना – “चाँदी”
- मशमूल – “चाहत”
- इनाया – “चिंता”
- इनाया – “चिंता”
- जहाली – “चिंतित”
- सोहिला – “चिकनी”
- शाफिया – “चिकित्सक”
- गुलदीप – “चिराग”
- सनाउबर – “चीड़”
- सनाउबर – “चीड़”
- सनोबर – “चीड़”
- स्नोबर – “चीड़”
- नामीरा – “चीता”
- ग़मज़ा – “चेष्टा”
- सकीना – “चैन”
- सकीना – “चैन”
- रूफ़ाया – “छात्र”
- सायह – “छाया”
- नजात – “छुटकारा”
- तंजिया – “छुटकारा”
- जुमैना – “छोटी”
- हवाज़िन – “जनजाति”
- उमैरा – “जनसंख्या वाली”
- तबीदा – “ज़रूरी”
- कटारा – “जल”
- नाशिया – “जवान”
- जावरिया – “जवान”
- शबीना – “जवान”
- लियाना – “जवाब दिहल”
- ज़फ़रीन – “जानकार”
- आरिफ़ा – “जानने वाली”
- समीहा – “जानने वाली”
- ईशा – “ज़िंदगी”
- आयेशा – “ज़िंदगी”
- नौशाबा – “ज़िंदगी”
- आइज़ा – “जिंदा”
- आइसा – “जिंदा”
- आयेशा – “जिंदा”
- नासिर – “जीत हासिल करै वाला”
- फ़ैरूज़ – “जीत हासिल करै वाला”
- फ़िरोज़ – “जीत हासिल करै वाला”
- ज़फ़ीना – “जीत हासिल करै वाली”
- क़ाहिरा – “जीत हासिल करै वाली”
- तरीक़ा – “जीत हासिल करै वाली”
- फतेहा – “जीत हासिल करै वाली”
- फ़ौज़िया – “जीत”
- फ़ौज़िया – “जीत”
- फ़ोज़िया – “जीत”
- फ़ौज़िया – “जीतने वाली”
- ईशा – “जीवन”
- आयेशा – “जीवन”
- नौशाबा – “जीवन”
- आइज़ा – “जीवित”
- आइसा – “जीवित”
- आयेशा – “जीवित”
- महनीरा – “जेठा”
- अलीमा – “ज्ञानी”
- अल्लामी – “ज्ञानी”
- कशफ़िया – “ज्ञानोदय”
- शेज़ा – “ज्योति”
- सनाह – “ज्योति”
- ज़हरा – “ज्योति”
- सुमामा – “ज्वार”
- मायादा – “झूमती”
- नाहलीजा – “ठंडा मिजाज वाली”
- शफ़्फ़ान – “ठंडा”
- सदिदा – “ठीक”
- हाजर – “ठोस”
- शाफिया – “डॉक्टर”
- अर्शिया – “तख्त”
- सुन्नत – “तरीका”
- आसेयाह – “तसल्ली”
- हीर – “ताकत”
- कबीरा – “ताकतवर”
- सितारा – “तारा”
- नजमा – “तारा”
- रुमैसा – “तारा”
- सितोरा – “तारा”
- नाज़मा – “तारा”
- सिद्रा – “तारा”
- सित्रा – “तारा”
- थुरैया – “तारामंडल”
- हमीदा – “तारीफ़ के लायक”
- आफ़रीन – “तारीफ़”
- रेहाना – “तुलसी”
- रेहाना – “तुलसी”
- शबनम – “तुषार”
- नामीरा – “तेंदुआ”
- सानिया – “तेज”
- ज़ुलेखा – “तेज”
- निर्विकार – “तेज”
- नोवा – “तेज”
- ज़ुलेखा – “तेज”
- लाहनी – “तोहफा”
- नौला – “तोहफा”
- शहरा – “तोहफा”
- तैयबा – “तौबा करै वाली”
- रेहमत – “दया”
- मेहर – “दयालु”
- हरवीन – “दयालु”
- फारिया – “दयालु”
- मोहसिना – “दयालु”
- शफ़िका – “दयालु”
- शफ़िका – “दयालु”
- शवाना – “दयालु”
- मेहरीन – “दयालुता”
- मनाहल – “दरवाजा”
- सखिया – “दानी”
- कनीज़ – “दासी”
- कनीज़ – “दासी”
- ज़ुहा – “दिन चढ़े”
- ज़मीरा – “दिमाग”
- फ़ुअदा – “दिमाग”
- गुलदीप – “दीपक”
- सग़ीरा – “दुबली”
- सग़ीराली – “दुबली”
- शाज़िया – “दुर्लभ”
- शज़माह – “दुर्लभ”
- मरियम – “दुलारी”
- अज़ीज़ा – “दुलारी”
- रुकैयात – “दुलारी”
- मरियम – “दुलारी”
- दिलरुबा – “दुलारी”
- नाज़नीन – “दुलारी”
- निगार – “दुलारी”
- रास्मिन – “दुलारी”
- सजून – “दुलारी”
- शिमाज़ – “दुलारी”
- सानिया – “दुसरा”
- नबाविया – “दूर की सोच वाली”
- नबाविया – “दूर की सोच वाली”
- नबाविया – “दूरदर्शी”
- नबाविया – “दूरदर्शी”
- सानिया – “दूसरा”
- मटीना – “दृढ़”
- अनिदा – “दृढ़”
- कनीज़ाह – “दृढ़”
- सजिला – “दृढ़”
- बसीरा – “दृष्टि”
- रानिया – “देखती हुई”
- इनाया – “देखभाल”
- सिद्रा – “देवता”
- सनाउबर – “देवदार”
- सनाउबर – “देवदार”
- सनोबर – “देवदार”
- स्नोबर – “देवदार”
- हूरैन – “देवदूत”
- फ़्रेश्टा – “देवदूत”
- परिहान – “देवदूत”
- सिद्रा – “देवी”
- किश्वर – “देश”
- ज़ुहा – “दोपहर से पहले”
- खलीला – “दोस्त”
- खुलत – “दोस्त”
- सदीक़ा – “दोस्त”
- अनीसा – “दोस्ताना”
- मनाहल – “द्वार”
- मैमुना – “धन्य”
- मैमूना – “धन्य”
- फ़रखंदा – “धन्य”
- रिज़्क़ीन – “धन्य”
- मिनाहिल – “धारा”
- ग़दीर – “धारा”
- सुन्या – “धूप”
- हलीमा – “धैर्यवान”
- सबिरा – “धैर्यवान”
- सब्रा – “धैर्यवान”
- सितारा – “नक्षत्र”
- नजमा – “नक्षत्र”
- रुमैसा – “नक्षत्र”
- सितोरा – “नक्षत्र”
- नाज़मा – “नक्षत्र”
- सिद्रा – “नक्षत्र”
- सित्रा – “नक्षत्र”
- बसीरा – “नज़र”
- थासनी – “नदी”
- ताज़ा – “नया”
- नर्गिस – “नरगिस”
- लतीफ़ा – “नरम”
- नरमीन – “नरम”
- कसूल – “नरम”
- लईना – “नरम”
- नाज़ुक – “नरम”
- सुंबुल – “नरम”
- रहीना – “नरम”
- माहीन – “नरेश”
- ताज़ा – “नवीन”
- नाज़फ़रीन – “नाजुक”
- नाज़ – “नाजुकता”
- समोना – “निकट”
- शजीआ – “निडर”
- रशीदा – “निर्देशित”
- मरक़ूमा – “निर्धारित”
- कुआयबाह – “निष्ठा”
- आदिला – “निष्पक्ष”
- नाज़ाह – “निष्पक्ष”
- लारैब – “निस्संदेह”
- रानिया – “निहारती”
- आशिया – “नीड़”
- आशियाना – “नीड़”
- शाहला – “नीली”
- ताहिरा – “नेक”
- सलेहा – “नेक”
- ज़ाहिदा – “नेक”
- फ़ज़ीला – “नेक”
- सालिया – “नेक”
- जमीशा – “नेता”
- फ़ाईज़ा – “नेता”
- करदवैया – “पंकज”
- रेशम – “पट”
- इकरा – “पढ़”
- इकरा – “पढ़”
- अफ़िज़ाह – “पढ़ना”
- इकरा – “पढ़ो”
- इकरा – “पढ़ो”
- सग़ीरा – “पतली”
- सग़ीराली – “पतली”
- मिन्हा – “पन्ना”
- सायह – “परछाईं”
- फ़ातिमा – “परहेज़ करै वाली”
- फ़ातिमा – “परहेज़ करै वाली”
- मरक़ूमा – “परिभाषित”
- नातिला – “परिवार”
- कशीदा – “परिश्रमी”
- हूरैन – “परी”
- फ़्रेश्टा – “परी”
- परिहान – “परी”
- जहाली – “परेशान”
- मोहसिना – “परोपकारी”
- हयुद – “पर्वत”
- नसीमा – “पवन”
- ताहिरा – “पवित्र”
- सलेहा – “पवित्र”
- अफ़्सा – “पवित्र”
- ज़ाहिदा – “पवित्र”
- खलीसा – “पवित्र”
- फ़ज़ीला – “पवित्र”
- पकीज़ा – “पवित्र”
- पकीज़ा – “पवित्र”
- तैयबा – “पवित्र”
- तैयबा – “पवित्र”
- सालिया – “पवित्र”
- अथारा – “पवित्र”
- नाज़ाह – “पवित्रता”
- नाज़ाह – “पवित्रता”
- नाज़ेहा – “पवित्रता”
- तक़द्दस – “पवित्रता”
- तैयबा – “पश्चातापी”
- सुमल – “पहचान बनावै वाला”
- महनीरा – “पहला बच्चा”
- हयुद – “पहाड़”
- अफ़्सा – “पाक”
- पकीज़ा – “पाक”
- पकीज़ा – “पाक”
- तैयबा – “पाक”
- तैयबा – “पाक”
- अफ़िज़ाह – “पाठ करना”
- कटारा – “पानी”
- अबीहा – “पिता”
- सबीन – “पीछे चलै वाला”
- निदा – “पुकार”
- खेलना – “पुतली”
- नुवैरा – “पुष्प”
- नुवैरा – “पुष्प”
- आबिदा – “पूजा करै वाली”
- एम्मरी – “पूरा”
- महाब्बा – “प्यार भरी”
- महरीन – “प्यार”
- मवादा – “प्यार”
- मूमाल – “प्यार”
- मरियम – “प्यारी”
- अज़ीज़ा – “प्यारी”
- रुकैयात – “प्यारी”
- मरियम – “प्यारी”
- दिलरुबा – “प्यारी”
- ग्राना – “प्यारी”
- नाज़नीन – “प्यारी”
- निगार – “प्यारी”
- रास्मिन – “प्यारी”
- सजून – “प्यारी”
- शिमाज़ – “प्यारी”
- अफ़रोज़ा – “प्रकाशमान”
- मनारा – “प्रकाशस्तंभ”
- अलज़हरा – “प्रकाशित”
- अब्क़ुरा – “प्रतिभा”
- मवहूबा – “प्रतिभाशाली”
- इफराह – “प्रतिष्ठा”
- इफ्रा – “प्रतिष्ठा”
- वजीहा – “प्रतिष्ठित”
- वजीहा – “प्रतिष्ठित”
- सुनताहा – “प्रतीक्षा”
- हविया – “प्रभावी”
- आयाह – “प्रमाण”
- हमीदा – “प्रशंसनीय”
- आफ़रीन – “प्रशंसा”
- फ़रीहा – “प्रसन्न”
- रज़िया – “प्रसन्न”
- फ़रहा – “प्रसन्न”
- सईदा – “प्रसन्न”
- अनोश – “प्रसन्न”
- मसरूरा – “प्रसन्न”
- रौहा – “प्रसन्न”
- फ़राह – “प्रसन्नता”
- फरीहा – “प्रसन्नता”
- वरीशा – “प्रसन्नता”
- शादमानि – “प्रसन्नता”
- फारिया – “प्रसन्नता”
- शबाना – “प्रसिद्ध”
- शहीरा – “प्रसिद्ध”
- ज़हरिया – “प्रस्फुटित होत”
- ज़ेहरा – “प्रस्फुटित होत”
- जिब्ला – “प्राकृतिक”
- दुआ – “प्रार्थना”
- ग्राना – “प्रिय”
- महरीन – “प्रेम”
- मवादा – “प्रेम”
- मूमाल – “प्रेम”
- रुम्माना – “प्लम”
- फरीज़ा – “फ़र्ज़”
- मिनाहिल – “फव्वारा”
- नफ़े – “फ़ायदा”
- नाफिया – “फायदेमंद”
- इनाया – “फ़िक्र”
- इनाया – “फ़िक्र”
- समाना – “फिट”
- निर्विकार – “फुर्तीला”
- नोवा – “फुर्तीला”
- खुरमी – “फुर्सत”
- नाजवा – “फुसफुसाहट”
- रिहम – “फुहार”
- नुवैरा – “फूल”
- नुवैरा – “फूल”
- इरम – “फेंकना”
- सबाना – “फैलाना”
- इरम – “बगीचा”
- रौज़ा – “बगीचा”
- फ़ातिमा – “बचाव करै वाली”
- फ़ातिमा – “बचाव करै वाली”
- नाजा – “बचाव”
- सलमा – “बची”
- फ़ज़ीं – “बढ़त”
- फ़ज़ीं – “बढ़ती हुई”
- सहना – “बरदाश्त करै वाली”
- सुबैता – “बहादुर”
- तेहमीना – “बहादुर”
- शहामत – “बहादुरी”
- गुलबहार – “बहार”
- इरम – “बाग”
- रौज़ा – “बाग”
- शाहीना – “बाज़”
- सुमामा – “बाजरा”
- रामीन – “बात मानै वाला”
- सहब – “बादल”
- अबीहा – “बाप”
- सबाना – “बिखेरना”
- साईक़ा – “बिजली”
- बसूस – “बिटिया”
- थुबैता – “बिटिया”
- लारैब – “बिना शक के”
- फ़रज़ाना – “बुद्धिमान”
- शिहाम – “बुद्धिमान”
- रिहम – “बूंदा बांदी”
- संबित – “बेंत”
- बसूस – “बेटी”
- थुबैता – “बेटी”
- तूबा – “बेहतर”
- अजिया – “बेहतरीन”
- जन्नत – “बैकुंठ”
- सिमराह – “बैकुंठ”
- खुल्द – “बैकुंठ”
- इरम – “बैकुंठ”
- कायनात – “ब्रह्मांड”
- आमेना – “भरोसेमंद”
- ग़थबिया – “भव्य”
- ग़थिबिया – “भव्य”
- हुज़ूज़ – “भाग्य”
- सादिया – “भाग्यशाली”
- सादिया – “भाग्यशाली”
- युमना – “भाग्यशाली”
- तौफीक़ा – “भाग्यशाली”
- ग़मज़ा – “भाव”
- तराब – “भाव”
- तराब – “भावना”
- रुखैलाह – “भेड़ी”
- सुमल – “भेद करने वाला”
- ज़ोहरा – “भोर क तारा”
- सबीहा – “भोर”
- सवेरा – “भोर”
- शफ़क़ – “भोर”
- शफ़ना – “भोली”
- मकबूला – “मंजूर”
- मकबुला – “मंजूर”
- रोज़ीना – “मजदूरी”
- मटीना – “मज़बूत”
- हाजर – “मज़बूत”
- अनिदा – “मज़बूत”
- कनीज़ाह – “मज़बूत”
- रोहीन – “मज़बूत”
- सजिला – “मज़बूत”
- शुजाना – “मज़बूत”
- नगीन – “मणि”
- मोहसना – “मधु”
- नौशीन – “मधुर”
- नोशीन – “मधुर”
- नाज़िया – “मधुर”
- नौशीन – “मधुर”
- गुलेराना – “मधुर”
- नासिमा – “मधुर”
- नाज़मिया – “मधुर”
- निर्मेश – “मधुर”
- सबा – “मधुर”
- ज़मीरा – “मन”
- फ़ुअदा – “मन”
- सुहाना – “मनभावन”
- हवादा – “मनभावन”
- तैयबा – “मनभावन”
- आसिरा – “मनमोहक”
- ग़ज़ाला – “मनमोहक”
- नाज़नीना – “मनमोहक”
- नाज़परी – “मनमोहक”
- साजिया – “मनमोहक”
- फ़ुतून – “मनमोहकता”
- मेहनज़ – “मनोहर”
- स्निग्धा – “मनोहर”
- शहारा – “मरुस्थल”
- नसीहा – “मशवरा”
- शबाना – “मशहूर”
- शहीरा – “मशहूर”
- खुशबू – “महक”
- निघत – “महक”
- निखत – “महक”
- राएहा – “महक”
- रेयाह – “महक”
- सकीज़ा – “महक”
- शमीमा – “महक”
- शमीमा – “महक”
- तस्मीख – “महक”
- अरीज – “महकता”
- साजिया – “महकता”
- साजिया – “महकता”
- शादिया – “महकता”
- तबीदा – “महत्वपूर्ण”
- अम्ना – “महफूज”
- मसनून – “महफूज”
- तमीन – “महफूज”
- तज़मीन – “महान”
- बिलक़ीस – “महारानी”
- एनेस – “महारानी”
- एंगी – “महारानी”
- मजदा – “महिमा”
- मजीदा – “महिमा”
- सैयदा – “महिला”
- फ़रज़िया – “महिला”
- इफराह – “मान”
- इफ्रा – “मान”
- इंसिया – “मानवता”
- इंसिया – “मानवता”
- इफ़्फ़त – “माफ़ करना”
- शफ़ना – “मासूम”
- खलीला – “मित्र”
- खुलत – “मित्र”
- सदीक़ा – “मित्र”
- अनीसा – “मित्रवत”
- अफ़साना – “मिथक”
- उस्वा – “मिसाल”
- नौशीन – “मीठा”
- नोशीन – “मीठा”
- नाज़िया – “मीठा”
- नौशीन – “मीठा”
- गुलेराना – “मीठा”
- नासिमा – “मीठा”
- निर्मेश – “मीठा”
- सबा – “मीठा”
- मनारा – “मीनार”
- कशुद – “मुकुल”
- नौरा – “मुकुल”
- शगुफ़ा – “मुकुल”
- नवेरा – “मुकुल”
- जुमान – “मुक्ता”
- मालगोरज़ाटा – “मुक्ता”
- नजात – “मुक्ति”
- तंजिया – “मुक्ति”
- शाइदा – “मुग्ध”
- अर्शी – “मुनि”
- सोहिला – “मुलायम”
- किश्वर – “मुल्क”
- सायरा – “मुसाफ़िर”
- सायरा – “मुसाफ़िर”
- बस्म – “मुस्कान”
- बसमत – “मुस्कान”
- समीना – “मूल्यवान”
- सहब – “मेघ”
- रुखैलाह – “मेष”
- कशीदा – “मेहनती”
- आइदा – “मेहमान”
- अनाबिया – “मोड़”
- जुमान – “मोती”
- मालगोरज़ाटा – “मोती”
- सायरा – “यात्री”
- सायरा – “यात्री”
- सिमरा – “याद”
- नाशिया – “युवा”
- जावरिया – “युवा”
- शबीना – “युवा”
- मदीहा – “योग्य”
- मदीहा – “योग्य”
- मवसूफ़ा – “योग्य”
- सोबिया – “योग्य”
- रिज़वाना – “रक्षक”
- हफ़िज़ा – “रक्षक”
- लुजैना – “रजत”
- नगीन – “रत्न”
- रस्मिया – “रस्म वाली”
- एमिरा – “राजकुमार”
- एमिरा – “राजकुमार”
- अमाइरा – “राजकुमारी”
- अमाइरा – “राजकुमारी”
- शहरबानो – “राजकुमारी”
- शहरबानो – “राजकुमारी”
- शहरबानो – “राजकुमारी”
- शहरबानो – “राजकुमारी”
- शाहज़ादी – “राजकुमारी”
- शाहज़ादी – “राजकुमारी”
- शारिया – “राजकुमारी”
- शारिया – “राजकुमारी”
- माहीन – “राजा”
- नैशा – “रात”
- सुल्ताना – “रानी”
- बिलक़ीस – “रानी”
- एनेस – “रानी”
- एंगी – “रानी”
- रशीदा – “राह देखावै वाली”
- रूहानी – “रूहानी”
- रौहिया – “रूहानी”
- रूहिया – “रूहानी”
- शहारा – “रेगिस्तान”
- रेशम – “रेशम”
- नैशा – “रैन”
- साइमा – “रोजा”
- अफ़रोज़ा – “रोशन करने वाली”
- अलीज़े – “रोशन”
- आरौश – “रोशन”
- अलज़हरा – “रोशन”
- अज़हरा – “रोशन”
- फ़ुरोज़ान – “रोशन”
- नोहरीन – “रोशन”
- रफ़्क़ा – “रोशन”
- ज़ोहा – “रोशनी”
- नूरीन – “रोशनी”
- नूरेह – “रोशनी”
- नूरहान – “रोशनी”
- कशफ़िया – “रोशनी”
- कोहिनूर – “रोशनी”
- नौरिन – “रोशनी”
- रोशना – “रोशनी”
- सुन्या – “रौशनी”
- शेहज़ीन – “रौशनी”
- मारिब – “लक्ष्य”
- जुमैना – “लघु”
- शर्मीन – “लज्जा”
- नाज़ – “लज्जाशील”
- मायादा – “लहराती हुई”
- नफ़े – “लाभ”
- नाफिया – “लाभदायक”
- मदीहा – “लायक”
- मदीहा – “लायक”
- मवसूफ़ा – “लायक”
- सोबिया – “लायक”
- हुमैरा – “लाल रंग की”
- हुमैरा – “लालिमायुक्त”
- माब – “लौटाव”
- फ़िदा – “वफ़ादार”
- कुआयबाह – “वफ़ादारी”
- अनाउम – “वरदान”
- अनाम – “वरदान”
- गुलबहार – “वसंत”
- मशमूल – “वांछित”
- माब – “वापसी”
- अलीज़े – “वायु”
- आफ़रीन – “वाह”
- फ़ौज़िया – “विजय”
- फ़ौज़िया – “विजय”
- फ़ोज़िया – “विजय”
- नासिर – “विजयी”
- फ़ौज़िया – “विजयी”
- ज़फ़ीना – “विजयी”
- फ़ैरूज़ – “विजयी”
- फ़िरोज़ – “विजयी”
- क़ाहिरा – “विजयी”
- तरीक़ा – “विजयी”
- फतेहा – “विजेता”
- रूफ़ाया – “विद्यार्थी”
- साईक़ा – “विद्युत”
- अलीमा – “विद्वान”
- आरिफ़ा – “विद्वान”
- ज़फ़रीन – “विद्वान”
- अल्लामी – “विद्वान”
- हुशैमा – “विनम्र”
- संबित – “विलो”
- फ़ुनून – “विविधता”
- हुमना – “विवेकशील”
- मीनाल – “विशेष”
- शमीला – “विश्वव्यापी”
- आमेना – “विश्वसनीय”
- मोमिना – “विश्वासी”
- सुबैता – “वीर”
- तेहमीना – “वीर”
- शहामत – “वीरता”
- रोज़ीना – “वेतन”
- शिज़ा – “वैभव”
- आसीयाह – “व्यवस्था”
- नाज़मी – “व्यवस्थापक”
- सुन्नत – “व्यवस्थित”
- सदाफ़ – “शंख”
- हीर – “शक्ति”
- हविया – “शक्तिशाली”
- कबीरा – “शक्तिशाली”
- रोहीन – “शक्तिशाली”
- शुजाना – “शक्तिशाली”
- अलिशबा – “शपथ”
- शर्मीन – “शर्म”
- नाज़ – “शर्मीली”
- मोहसना – “शहद”
- नाहलीजा – “शांत स्वभाव वाली”
- शफ़्फ़ान – “शांत”
- समाया – “शांति”
- सकीना – “शांति”
- सकीना – “शांति”
- सजुवा – “शांति”
- शिज़ा – “शान”
- ग़थबिया – “शानदार”
- ग़थिबिया – “शानदार”
- आफ़रीन – “शाबाश”
- कबीशा – “शायरा”
- हुशैमा – “शालीन”
- सुल्ताना – “शासक”
- शाहीना – “शिकरा”
- आफ़िया – “शिफ़ा”
- शाइस्ता – “शिष्टाचारपूर्ण”
- ज़ोहरा – “शुक्र ग्रह”
- खलीसा – “शुद्ध”
- अथारा – “शुद्ध”
- नाज़ाह – “शुद्धता”
- नाज़ाह – “शुद्धता”
- नाज़ेहा – “शुद्धता”
- तक़द्दस – “शुद्धता”
- तासीस – “शुरुआत”
- हफ़्सा – “शेरनी”
- हफ़्सा – “शेरनी”
- मिदहा – “श्रद्धांजलि”
- तज़मीन – “श्रेष्ठ”
- मावरा – “श्रेष्ठ”
- शुक़रा – “श्वेत”
- समेरा – “संगिनी”
- समर्रा – “संगिनी”
- फ़रवा – “संगिनी”
- कबशाह – “संगिनी”
- एम्मरी – “संपूर्ण”
- रिज़वाना – “संरक्षक”
- हफ़िज़ा – “संरक्षक”
- किदा – “संरक्षित”
- कायनात – “संसार”
- अमीन – “सच्चा”
- अमीना – “सच्चा”
- अमेना – “सच्चा”
- एमीना – “सच्चा”
- अमीना – “सच्चा”
- तस्वीब – “सच्चा”
- शफ़ाना – “सच्चाई”
- ज़ाया – “सच्ची”
- आदिला – “सच्ची”
- आदिला – “सच्ची”
- सदिक़ा – “सच्ची”
- समीमा – “सच्ची”
- थुरैया – “सप्तर्षि”
- फ़ैयाज़ – “सफल”
- शज़फ़ा – “सफल”
- लानीका – “सबसे अच्छा”
- अस्मा – “सबसे ऊपर”
- लाइबा – “सबसे खूबसूरत”
- लाइबा – “सबसे सुंदर”
- आयाह – “सबूत”
- हलीमा – “सब्र वाली”
- सबिरा – “सब्र वाली”
- सब्रा – “सब्र वाली”
- शाइस्ता – “सभ्य”
- हुमना – “समझदार”
- फ़रज़ाना – “समझदार”
- शिहाम – “समझदार”
- समीहा – “समझने वाली”
- खदीजा – “समय से पहले”
- खदीजा – “समय से पहले”
- रुफ़ैदा – “समर्थन”
- हरीम – “समर्पित”
- मुनीबा – “समर्पित”
- साजिदा – “समर्पित”
- सदाफ़ – “समुद्री सीप”
- खसीबा – “समृद्ध”
- मिदहा – “सम्मान”
- आबरू – “सम्मान”
- खैरा – “सम्मानजनक”
- शनुम – “सम्मानजनक”
- थुफ़ैलाह – “सम्मानजनक”
- वजीहा – “सम्मानित”
- वजीहा – “सम्मानित”
- थासनी – “सरिता”
- ग़दीर – “सरिता”
- लानीका – “सर्वश्रेष्ठ”
- अस्मा – “सर्वोच्च”
- नसीहा – “सलाह”
- सहना – “सहनशील”
- रुफ़ैदा – “सहयोग”
- रुमैथा – “सहाबिया”
- रुमैथा – “सहाबिया”
- मैसारा – “सहायक”
- मैसारा – “सहायक”
- अमीन – “सही”
- अमीना – “सही”
- अमेना – “सही”
- एमीना – “सही”
- अमीना – “सही”
- सदिदा – “सही”
- तस्वीब – “सही”
- आसेयाह – “सांत्वना”
- शाहिदा – “साक्षी”
- शाहिदा – “साक्षी”
- शाहिदा – “साक्षी”
- समेरा – “साथी”
- समर्रा – “साथी”
- फ़रवा – “साथी”
- कबशाह – “साथी”
- शमीला – “सार्वभौमिक”
- शजीआ – “साहसी”
- हफ़्सा – “सिंहनी”
- हफ़्सा – “सिंहनी”
- अर्शिया – “सिंहासन”
- कवाकिब – “सितारे”
- मलीहा – “सुंदर”
- शामिया – “सुंदर”
- जमीला – “सुंदर”
- होसना – “सुंदर”
- रुखसार – “सुंदर”
- नाज़नीन – “सुंदर”
- स्निग्धा – “सुंदर”
- कासिमा – “सुंदर”
- हूरैन – “सुंदर”
- मेहरविश – “सुंदर”
- सुंदस – “सुंदर”
- ग़थबिय्याह – “सुंदर”
- ग़थिबिय्याह – “सुंदर”
- गुलबदन – “सुंदर”
- कलसूम – “सुंदर”
- कशुदा – “सुंदर”
- कोवैसा – “सुंदर”
- मैसून – “सुंदर”
- नाज़मिल – “सुंदर”
- नाज़नीम – “सुंदर”
- रुखशा – “सुंदर”
- रुमेहा – “सुंदर”
- सबीहा – “सुंदर”
- शाहज़ीन – “सुंदर”
- शैज़ेन – “सुंदर”
- शमीना – “सुंदर”
- शम्सिया – “सुंदर”
- शेज़न – “सुंदर”
- सुम्मिया – “सुंदर”
- खुशनुमा – “सुंदर”
- होरिया – “सुंदर”
- ज़ैबा – “सुंदर”
- सुहाना – “सुखद”
- हवादा – “सुखद”
- तैयबा – “सुखद”
- खुशबू – “सुगंध”
- निघत – “सुगंध”
- निखत – “सुगंध”
- राएहा – “सुगंध”
- रेयाह – “सुगंध”
- सकीज़ा – “सुगंध”
- शमीमा – “सुगंध”
- तस्मीख – “सुगंध”
- अरीज – “सुगंधित”
- साजिया – “सुगंधित”
- साजिया – “सुगंधित”
- शादिया – “सुगंधित”
- ज़रीना – “सुनहरी”
- ज़रीन – “सुनहरी”
- ज़रीन – “सुनहरी”
- ज़रीना – “सुनहरी”
- ज़रीना – “सुनहरी”
- सबीहा – “सुबह”
- सवेरा – “सुबह”
- शफ़क़ – “सुबह”
- नाजा – “सुरक्षा”
- तमीन – “सुरक्षा”
- सलमा – “सुरक्षित”
- अम्ना – “सुरक्षित”
- किदा – “सुरक्षित”
- मसनून – “सुरक्षित”
- नाज़मिया – “सुरीली”
- मैसारा – “सुविधा देने वाली”
- मैसारा – “सुविधा देने वाली”
- सेहरिश – “सूरज क उदय”
- शम्सा – “सूरज”
- अज़लिन – “सूरज”
- मेहरवाश – “सूरज”
- शम्सा – “सूर्य”
- अज़लिन – “सूर्य”
- मेहरवाश – “सूर्य”
- सेहरिश – “सूर्योदय”
- खुदामा – “सेवा करने वाली”
- कनीज़ – “सेविका”
- कनीज़ – “सेविका”
- खुदामा – “सेविका”
- नाज़रा – “सोना”
- ज़रलीश – “सोना”
- ज़रीना – “सोने रंग की”
- ज़रीन – “सोने रंग की”
- ज़रीन – “सोने रंग की”
- ज़रीना – “सोने रंग की”
- ज़रीना – “सोने रंग की”
- एर्शीन – “सौंदर्य”
- फ़ायोना – “सौंदर्य”
- रमीज़ा – “सौंदर्य”
- शीनाज़ – “सौंदर्य”
- ज़ैब – “सौंदर्य”
- महाब्बा – “स्नेहपूर्ण”
- निर्मित – “स्फूर्तिवान”
- फहमीदा – “स्मार्ट”
- क़बीला – “स्मार्ट”
- सिमरा – “स्मृति”
- जन्नत – “स्वर्ग”
- सिमराह – “स्वर्ग”
- खुल्द – “स्वर्ग”
- इरम – “स्वर्ग”
- अर्शिया – “स्वर्गीय”
- नाज़रा – “स्वर्ण”
- ज़रलीश – “स्वर्ण”
- मकबूला – “स्वीकृत”
- मकबुला – “स्वीकृत”
- बस्म – “हँसी”
- बसमत – “हँसी”
- खुलाईदा – “हमेशा रहै वाली”
- खुद्रा – “हरापन”
- मिन्हा – “हरियाली”
- खुद्रा – “हरियाली”
- हयेद – “हलचल”
- अलीज़े – “हवा”
- नसीमा – “हवा”
- रीम – “हिरण”
- ग़ज़ल – “हिरण”
- खुवैलाह – “हिरण”
- खंसा – “हिरण”
- रीम – “हिरनी”
- ग़ज़ल – “हिरनी”
- खुवैलाह – “हिरनी”
- खंसा – “हिरनी”
- सादिरा – “हुक्म”
- अब्क़ुरा – “हुनर”
- माहिरा – “हुनरमंद”
- माहिरा – “हुनरमंद”
- मवहूबा – “हुनरमंद”
- अरीबा – “होशियार”
- फहमीदा – “होशियार”
- क़बीला – “होशियार”
- दुर्र-ए-शाहवार – “योग्य”
- दुर्र-ए-शाहवार – “लायक”
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